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Saturday 16 August 2014

Lesson - 6

व्याकरण :

१.   विलोम  -

(क)  जीवन  -  मृत्यु
(ख)  प्रलय   -  सृष्टि
(ग)   काँटे    -   फूल
(घ)   कठिन -   सरल

२.   पर्यायवाची लिखिए -

(क)  फूल     -   सुमन, पुष्प
(ख)  नभ     -   आकाश , आसमान
(ग)  मानव  -    मनुष्य, मनुज
(घ)  कोयल -    पिक, कोकिल

३.  प्रत्यय लगाकर शब्द लिखिए -

(क)  ता    - सफलता , कटुता
(ख) मय   - मंगलमय , ममतामय
(ग)  इक   - सामूहिक , सामजिक
(घ)  वान  - बलवान , कांतिवान

४.   समास - विग्रह कीजिये :-

क.  सूखे - भूरे  = सूखे और भूरे
ख.  चाय - काफी =  चाय और काफी
ग.   पेन  - पेंसिल = पेन और पेंसिल
घ.  नदी - नालों  = नदी और नालों
ङ    शिव - पार्वती = शिव और पार्वती
च.  स्कूटर - कार  = स्कूटर और कार
छ.  छोटे - बड़े  = छोटे और बड़े
ज.  मुँह  - हाथ = मुँह  और हाथ

 पृष्ठ - ६४  (2 ) bit :

मूर्ति - सा   ,   छोटा - सा ,  बिजली - सा


      पृष्ठ  - ६५  (4 ) bit :

      मुहावरों का अर्थ लिखकर वाक्य बनाइये :-

१.   नाक में दम  करना : - बहुत तंग करना (trouble a lot)
      सुरेश ने अपने शरारतों से सभी पड़ोसियों के नाक में दम कर दी।

२.   सिर  पर आना : -  ज़िम्मेदारी का एहसास होना 
      मेरी माँ के कोलकाता जाने से साड़ी ज़िम्मेदार दीदी के सर पर आई। 

३.   दाँतों  तले  उंगली  दबाना :- आश्चर्यचकित होना (astonished)
      रानी लक्ष्मीबाई की बहादुरी को देखकर अंग्रेज़ों ने दांतों तले उंगली दबा ली 

४.   आँखों का तारा होना - बहुत प्यारा होना  (apple of one's eye)
      मेरा छोटा भाई हम सबकी आँखों का तारा है। 

५.   अंधे की लाठी होना - एकमात्र सहारा होना (one and only means of support)
      पारुल के माता - पिता, उसकी दादी के लिए अंधे की लाठी के समान  हैं। 

६.   नौ दो ग्यारह होना - फरार होना , भाग जाना (to run away esp.after committing a mistake / crime)
      डाकू, पुलिस - बल को देखहर नौ-दो-ग्यारह हो गए। 

७.   हो - हल्ला करना - शोर मचाना  (raise a hue and cry)
      कक्षा से अध्यापिका के जाते ही, बच्चे हो-हल्ला करने लगते हैं। 

८.   ईद का चाँद होना - कभी - कभार दिखाई देना / बहुत दिनों बाद दिखाई  देना (become a rare visibility)
      जब से नौकरी लगी है, तुम तो ईद के चाँद हो गए हो। 

पद - परिचय 
 
क    मेरे मित्र का जन्म - स्थान अल्मोड़ा है। 
       सर्वनाम , एकवचन पुल्लिंग 
 
ख    ठंडी , चिकनी , चमकती बर्फ से भाप उड़ रही थी। 
       गुणवाचक विशेषण, स्त्रीलिंग, एकवचन। 
 
ग    धीरे - धीरे मेरी निगाह ने इस घाटी को पार किया। 
 
     
 
घ    शुक्ल जी, सेन और अन्य सभी ने देखा। 
       व्यक्तिवाचक संज्ञा , पुल्लिंग, एकवचन , कर्ता। 
 
ङ     सोमेश्वर की घाटी के उत्तर में ऊँची पर्वतमाला है। 
       सम्बन्धबोधक , अव्यय। 
 
पद परिचय में कुछ गलतियाँ  हो सकती हैं, जिसे में सही करने की कोशिश करुँगी।  काफी साल बीत  चुके हैं , हिंदी से मानो जैसे रिश्ते की डोर बहुत पतली हो चुकी हैं। 
 
सबकी दोस्त ,
 
लक्ष्मी  :-)))
 


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