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Sunday 1 March 2015

Lesson - 18 Thank You! Nikumbh Sir!

थैंक यू , निकुम्भ सर! 

मौखिक प्रश्न उत्तर

१  ईशान को क्या - -क्या करने में मज़ा आता था ?

उ  ईशान को रंगों , मछलियों, पतंगों और अपने पालतू कुत्ते की सांगत में आनंद  आता था। 

२  ईशान को क्लास में पढ़ा हुआ क्यों समझ में नहीं आता है ?

उ  ईशान डिस्लेक्सिया का ग्रस्त था इसलिए उसे क्लास में पढ़ा हुआ समझ नहीं आता। 

३  ईशान के लिए रिपोर्ट कार्ड का क्या महत्त्व है ?

उ  ईशान के लिए रिपोर्ट कार्ड केवल कागज़ का टुकड़ा - भर था। 

४  एब्सेंट नोट क्यों तैयार करना पड़ा ?

उ  ईशान को पहले पीरियड में आधे क्लास से बाहर कर दिया गया और दूसरे पीरियड में मैथ्स का होमवर्क न करने के कारण उसने क्लास बँक  कर दी इसलिए ईशान को एब्सेंट नोट तैयार करवाना पड़ा। 

५  स्कूल ने ईशान की पेंटिंग को कैसे सम्मानित किया ?

उ  स्कूल ने ईशान की पेंटिंग को एनुअल रिपोर्ट के आवरण पर छापकर सम्मानित किया। 

दीर्घउत्तरीय प्रश्न उत्तर

१  ईशान को बोर्डिंग स्कूल भेजने के पीछे क्या कारण था ?

ऊ  ईशान को कक्षा में पढ़ाया हुआ समझ में नहीं आता , वह अपनी कल्पनाओं में खोया रहता था।  उसे होमवर्क से भी चिढ थी।  उसके इसी आचरण के कारण अध्यापक भी उससे नाराज़ रहते थे।  इन्हीं कारणों से उसे बोर्डिंग स्कूल भेजना पड़ा। 

2  ईशान का मन बोर्डिंग स्कूल में क्यों नहीं लगा ?

ऊ  बोर्डिंग स्कूल के टीचर डांटते तो काम थे किन्तु अपमान ज़्यादा करते थे।  पुराने ड्राइंग टीचर तो मारपीट भी करते थे। परिवार से दूरी और अध्यापकों द्वारा हर बात पर अपमान ईशान से सहन न हो सका और वह एकदम टूट गया। 

3.  निकुम्भ सर ने कक्षा में आते ही क्या - क्या कहा ?

उ   नए ड्राइंग टीचर राम शंकर निकुम्भ कक्षा में तूफ़ान की तरह आए।  उनके आते ही ऐसा लगा मानो उन्होंने नियम, कायदे, कानून और अनुशासन को तोड़ने का सन्देश दिया हो।  उन्होंने कहा कि  जो तुम्हारे मन में है उसे कागज़ पर उतारो। 

४.  निकुम्भ सर को ईशान का प्रतिभा का कैसा पता चला ?

उ  निकुम्भ सर के कहने पर सभी बच्चे ड्राइंग बनाए किन्तु ईशान चुपचाप बैठा रहा।  तब उसके बारे में अधिक से अधिक जानने के लिए निकुम्भ सर मुंबई उसके घर गए।  वहाँ  ईशान की चीज़ें  देखकर उनको यह एहसास हो गया कि  ईशान के भीतर रंगों का एक जादूगर छुपा बैठा है।  जैसी कल्पना ईशान में है वह साधारण बच्चे में नहीं होगी, उसी दिन उन्हें ईशान की पेंटिंग प्रतिभा का पता चला। 

५.  निकुम्भ सर ने ईशान के पिता को डिस्लेक्सिया के बारे में क्या कहा ?

उ.  निकुम्भ सर ने ईशान के पिता को बताया कि  डिस्लेक्सिया नाम की एक बीमारी में, बच्चों को शब्दों और अंकों की जटिल प्रक्रिया को समझने में मुश्किल आती है।  जो चीज़ें आम बच्चे जल्दी समझ जाते है, उन्हें समझने के लिए इन बच्चों पर ज़्यादा म्हणत करनी पड़ती है।  उनोहोने कहा कि  ईशान को दुर्भाग्यवश वही बीमारी है. अत: उसकी कनौ मियों को न कोसकर, उसकी प्रतिभा को निखारना चाहिए।

६  ऐसा क्यों कहा गया कि  :

क  यानि  जवाब हुआ टिं. लिख दिया आंसर शीट  पर. ईशान का तरीका तो यही था। 

उ  ऐसा हुआ क्योंकि टेस्ट में यह सवाल पूछा गया था कि  तीन गुणा  नौ कितने होते हैं।  ईशान को अंकों की प्रक्रिया समझ नहीं आती थी।  उसने अपनी बुद्धि से काम न लेकर यूँ ही तीन लिख दिया था। 

ख  जो मन में है, जो आपकी कल्पना में है, उसे कागज़ पर उतारो। 

उ  निकुम्भ सर ने ऐसा कहा क्यूंकि वे ड्राइंग के माध्यम से बच्चों की कल्पनाशीलता जानना चाहते थे।  वास्तव में जिस बच्चे में जितनी ज़्यादा कल्पनाशीलता होगी, वह उतना ही अच्छा कलाकार होगा। 

जीवनमूलयपरक प्रश्न उत्तर 
प्र   आज के विद्यार्थी पढ़ना नहीं चाहते, न ही कर्तव्यनिष्ठ और समर्पित अध्यापक ही हैं. ऐसे स्तिथि में शिक्षा का क्या होगा ? अपने विचार में लिखिए। 

उ  यह धारणा किसी ऐसे अध्यापक की हो सकती है, जो अकारण ही शिक्षार्थियों से नाराज़ है और अपने साथियों में भी जिसे कोई ख़ास लगाव नहीं है। 

ख  अध्यापकों की कर्तव्यनिष्ठा में कोई कमी नहीं आई है।  वे अपने विद्यार्थी को अधिक - से - अधिक ज्ञान देना चाहते हैं। 

ग.  हम सभी क्षेत्रों में निरंतर विकास कर रहें हैं. यह विकास कल के शिक्षार्थोयों के कारण ही संभव हुआ है और आगे भी आज के विद्यार्थियों द्वारा संभव होगा। 

घ.  आज विदेशों में इंजीनियरों, डॉक्टरों  और अन्य क्षेत्रों के विशेषज्ञों की खूब धाक बानी है। 

ङ  आज विषभर में विशेषकर एकदम ने, आइ. टी क्षेत्र में तो भारतीयों का कोई मुकाबला नहीं कर सकता। 

समाप्त। ………………………………………… 

सबकी दोस्त,

लक्ष्मी ! :-)))

11 comments:

  1. Thanks for the answers.It was so helpful.
    😎😎😎

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  2. I am happy this blog is helping everyone even after 8 years! 🙏

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  3. I need गुटका टेस्ट मैच दीर्घुत्तरीय प्रश्न?

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  4. Hi. I wrote this in 2014. These are answers to questions provided in the Hindi Textbook of my son who was in the 8th standard then. The question/lesson you are referring to was not in his book. You can google these. YouTube would be a better option.

    Regards,

    Seetha Lakshmi.
    (02.03.2022)

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