पद की प्रत्येक पंक्ति के अंत में तुकांत शब्दों प्रयोग। ………… छांटकर लिखिए।
उ बाती - राती
मोर - चकोर
धागा - सुहागा
दासा - रैदासा
प्र ३. पहले पद में कुछ। ………… स्पष्ट कीजिए।
उ। दीपक - बाती
चन्दन - पानी
घन - मोर
मोती - धागा
चाँद - चकोरा
प्र ४ दूसरे पद में कवि ने। ……। स्पष्ट कीजिए।
उ कवि का कहना है कि भगवान के सामान कृपालु और कोई नहीं हो सकता, जो अपने भक्तों के लिए इतना करती कर सके। वह दिन - दुखियों और गरीबों पर दया करने वाला है। इसीलिए कवि ने उन्हें 'गरीब - निवाजु' कहा है।
प्र ५ दूसरे पद की ' जाकी। ....... तुंही ढ़रै ' स्पष्ट कीजिए।
उ। कवि का कहना है कि भगवान के सामान कृपालु इस संसार में और कोई नहीं। क्योंकि वह नीच (गुणों से) वक्ती को भी राजा के सामान सम्मान प्रदान करते हैं, जिससे लोग बहुत दुखी हैं , ऐसे अधमी व्यक्ति पर भी भगवान अपनी कृपा बरसाते है .
प्र ६ रैदास ने स्वामी को किन - किन नामों से पुकारा है
उ रैदास ने स्वामी को लाल , गरीब - निवाजु , गुसईया आदि नामों से पुकारा है।
प्र ७ निम्नलिखित शब्दों के प्रचलित रूप लिखिए।
उ मोरा - मोर
चंद - चाँद
बाती - बत्ती
जोती - ज्योति
वरै - जलना
घरै - रखना
छोती - छुआछूत
तुहीं - तुमही
गुसाइआ - स्वामी
Seetha Lakshmi R. Srinivasan. :-)
उ बाती - राती
मोर - चकोर
धागा - सुहागा
दासा - रैदासा
प्र ३. पहले पद में कुछ। ………… स्पष्ट कीजिए।
उ। दीपक - बाती
चन्दन - पानी
घन - मोर
मोती - धागा
चाँद - चकोरा
प्र ४ दूसरे पद में कवि ने। ……। स्पष्ट कीजिए।
उ कवि का कहना है कि भगवान के सामान कृपालु और कोई नहीं हो सकता, जो अपने भक्तों के लिए इतना करती कर सके। वह दिन - दुखियों और गरीबों पर दया करने वाला है। इसीलिए कवि ने उन्हें 'गरीब - निवाजु' कहा है।
प्र ५ दूसरे पद की ' जाकी। ....... तुंही ढ़रै ' स्पष्ट कीजिए।
उ। कवि का कहना है कि भगवान के सामान कृपालु इस संसार में और कोई नहीं। क्योंकि वह नीच (गुणों से) वक्ती को भी राजा के सामान सम्मान प्रदान करते हैं, जिससे लोग बहुत दुखी हैं , ऐसे अधमी व्यक्ति पर भी भगवान अपनी कृपा बरसाते है .
प्र ६ रैदास ने स्वामी को किन - किन नामों से पुकारा है
उ रैदास ने स्वामी को लाल , गरीब - निवाजु , गुसईया आदि नामों से पुकारा है।
प्र ७ निम्नलिखित शब्दों के प्रचलित रूप लिखिए।
उ मोरा - मोर
चंद - चाँद
बाती - बत्ती
जोती - ज्योति
वरै - जलना
घरै - रखना
छोती - छुआछूत
तुहीं - तुमही
गुसाइआ - स्वामी
Seetha Lakshmi R. Srinivasan. :-)